देवास। श्री सिद्धिविनायक भक्त मंडल द्वारा वैसे तो प्रतिवर्ष कावड़ व कलश यात्रा निकाली जाती है लेकिन इस वर्ष यह कावड़ यात्रा चर्चा का विषय बन गई थी। धार्मिक कावड़ यात्रा को लेकर नगर निगम द्वारा पोस्टर हटाए जाने पर राजनीति भी गरमा गई थी। यात्रा के संयोजक प्रदीप चौधरी ने आक्रोश व्यक्त कर भव्य यात्रा मैं ऐतिहासिक जनसमूह के शामिल होने का आव्हान किया था। हुआ भी यही रविवार को शहर में निकली भव्य कलश यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाएं व आमजन शामिल हुए। भव्य कलश यात्रा के बाद सोशल मीडिया पर तथा राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
प्रतिवषार्नुसार इस वर्ष भी नागदा स्थित प्राचीन श्री सिद्धि विनायक गणेश मंदिर से श्री सिद्धि विनायक भक्त मंडल द्वारा बिलावली स्थित बाबा महाकाल मंदिर तक भव्य कावड़ व कलश यात्रा निकाली गई। मंडल के संयोजक प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में निकली यात्रा में हजारों की संख्या में महिला व पुरुष शामिल हुए। रविवार सुबह नागदा गणेश मंदिर से भगवान गणेश की महाआरती के बाद कावड़ व कलश यात्रा की शुरूआत हुई। जिसमें केशरियां साड़ी पहने महिलाएं अपने सिर पर कलश रख शामिल हुईं। वहीं, पुरुष अपने कंधे पर गणेश कुुंड से पानी भरकर कांवड़ हाथ में लिए शामिल हुए। यात्रा नागदा से शुरू होकर पालनगर, बालगढ़, विकास नगर, एबी रोड, सयाजीद्वार, एमजी रोड, भोपाल चौराहा प्रमुख मार्गों से होते हुए सीधे बिलावली स्थित महाकाल मंदिर पहुंची, जहां यात्रा में शामिल महिला पुरुषों ने गणेश कुंड के जल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। यात्रा में आकर्षक झांकियों के साथ भजन मंडली भी शामिल हुई। यात्रा में शिवभक्त डीजे की धुन पर थिरकते हुए चल रहे थे। ज्ञात रहे हाल ही में सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में प्रदीप मिश्रा द्वारा 11 किलोमीटर लंबी कावड़ यात्रा निकाली गई थी जिसमें 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का दावा किया गया। ऐसी ही देवास में श्री सिद्धि विनायक भक्त मंडल के प्रदीप चौधरी द्वारा नागदा प्राचीन गणेश मंदिर से करीब 6 किलोमीटर लंबी कावड़ यात्रा निकाली गई, जिसमें सवा लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की बात की जा रही है। कावड़ व कलश यात्रा इतनी लंबी थी कि यात्रा का पहला छोर देवास पहुंच गया था, और दूसरा छोड़ नागदा गणेश मंदिर में ही था। समिति के सदस्यों द्वारा उक्त कांवड़ यात्रा की तैयारी दो माह पहले से ही की जा रही थी। यात्रा का शहर के प्रमुख मार्गों पर विभिन्न धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए। यात्रा में समिति के 200 युवा व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौजूद थे। वहीं जब यात्रा जिला अस्पताल चौराहे पर पहुंची तो कई बार ऐसी स्थिति बनी कि एम्बुलेंस निकलना थी, जिन्हें रास्ता देने के लिए कई बार यात्रा रोक दी गई। हजारों श्रद्धालुओं ने यात्रा में शामिल होकर पूरा शहर भगवामय कर दिया।