देवास। चामुंडा स्टैंडर्ड मिल की जमीन बीकने के बाद भी श्रमिकों का हिसाब ना होने को लेकर आंदोलनरत श्रमिकों ने एक बड़ा ऐलान किया है। श्रमिकों ने कहा है कि वे श्रमिकों का लगभग 10 करोड़ रुपए का भुगतान ना होने तक कंपनी की एक इंच जमीन पर भी किसी को कब्जा नहीं करने देंगे। उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा। श्रमिकों की ओर से पत्रकार वार्ता में चर्चा करते हुए कांग्रेसी नेता प्रदीप चौधरी में बताया कि श्रमिकों की इस लड़ाई के लिए संयुक्त मोर्चा बनाया है। हम सब मिलकर श्रमिकों को उनका हक दिला कर रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक पुत्र इस भूमि को लेकर कालोनाइजर की मदद कर रहे हैं, उन्हें श्रमिकों की परेशानी नजर नहीं आ रही है। वही वरिष्ठ भाजपा नेता व संयुक्त मोर्चा के इंदरसिंह ठाकुर ने बताया की मिल की जमीन 99 वर्ष की लीज पर थी। बावजूद इसके यह जमीन बार-बार बिकती रही और विभिन्न कंपनियों का कब्जा होता रहा। उन्होंने सवाल उठाया कि लीज की जमीन शासन की होती है। ऐसे में इस जमीन की बार-बार रजिस्ट्री कैसे होती रही ? उन्होंने मिल की जमीन बिकने के मामले में भी साजिश की आशंका व्यक्त की । साथ ही कहा कि गरीब मजदूरों को न्याय मिलना चाहिए, श्रमिकों के लिए हम पूरी ताकत के साथ आंदोलन करेंगे और उन्हें उनके हक की राशि दिला कर रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में श्रमिकों की इस मांग को लेकर सयाजी द्वार के सामने एबी रोड पर चक्का जाम किया गया था। चामुंडा स्टैंडर्ड मिल में काम करने वाले ये श्रमिक वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है। यहां के श्रमिक राशि न मिलने से आर्थिक तंगी में जीवन यापन कर रहे हैं।