अशासकीय शिक्षण संस्था
संचालक संघ के द्वारा
जागरूकता कार्यक्रम में दी
महत्वपूर्ण जानकारी
देवास। अशासकीय शिक्षण संस्था संचालक और विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा आयोजित साइबर अपराध एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए। मध्य प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरुण कपूर ने ब्लैक रिबन इनीशिएटिव अभियान के तहत 2 फरवरी 2023 को सेंट्रल इंडिया अकैडमी में इस विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस विषय पर यह 583 वीं कार्यशाला थी। कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ वरुण कपूर (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक), श्रीमती निहारिका सिंह (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव), राजेश खत्री (अशासकीय शिक्षण संस्था संचालक संघ अध्यक्ष) व संघ के सचिव दिनेश मिश्रा ने माता सरस्वती का पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इस कार्यक्रम में देवास के विभिन्न स्कूलों से चयनित 1487 विद्यार्थी,120 शिक्षक, 100 संचालक सहित 1707 लोग उपस्थित रहे। सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों द्वारा साइबर अपराध एवं साइबर सुरक्षा संबंधित यह समस्त जानकारी अपने विद्यालय व आमजन तक पहुंचाई जाएगी। डॉ कपूर ने द्वारा साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को सिर्फ जानकार ही नहीं बल्कि साइबर सुरक्षा विषय पर जागरूक बनने की भी आवश्यकता है। उन्होंने साइबरस्टॉकिंग, फिशिंग, साइबर ग्रूमिंग एवं गेमिंग इत्यादि की जानकारी दी व इंटरनेट के प्रयोग में अपनाए जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आज के युग में आपको भी बदलना होगा। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो पिछड़ जाएंगे। असुरक्षित साइबर स्पेस के उपयोग से हम गलती से गलती कर अपराधी बन सकते हैं और किसी खतरे में भी पड़ सकते हैं। अपराध से बचने एवं आपके द्वारा गलती से साइबर अपराध होने से बचने के लिए सिर्फ उसकी जानकारी एवं जागरूकता ही उपाय है, इसीलिए सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ साइबरस्पेस का उपयोग करें। यही बचाव का तरीका है। वर्तमान औद्योगिक क्रांति में सूचना प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण स्थान है। कंप्यूटर एवं इंटरनेट का उपयोग हमारे जीवन का अभिन्न अंग हो गया है। वास्तविक दुनिया में खतरे हमारे सामने दिखाई पड़ते हैं परंतु आभासी दुनिया में जो खतरे हैं वो दिखाई नहीं देते। वास्तविक दुनिया में उत्पन्न खतरे से पुलिस आपकी सुरक्षा कर सकती है, किंतु साइबरस्पेस में अपना बचाव आपको स्वयं करना है और इसके लिए आपको हमेशा सतर्क एवं जागरूक होना होगा। साइबर अपराधी नए तरीकों से साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को साइबरस्पेस का उपयोग करते समय अनजान से संपर्क नहीं करना है यदि वह जाना पहचाना भी हो तो उसकी पड़ताल करें अनजान फोटो, वीडियो, कॉल, लिंक को स्वीकार/ओपन ना करें व अपनी व्यक्तिगत जानकारियों को शेयर ना करें। सोशल मीडिया का उपयोग करने का पैमाना खुद निर्धारित करें। व्हाट्सएप पर प्रसारित होने वाली अनावश्यक जानकारियों को बिना सोचे समझे फॉरवर्ड ना करें, क्योंकि उसमें अधिकांश जानकारी झूठी होती है। हमारी छोटी सी चूक भी हमारे लिए मुसीबत का कारण बन सकती है। किसी भी संदेश को फॉरवर्ड करने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच करें। कार्यशाला में छात्र छात्राओं के प्रश्नों का समाधान डॉक्टर कपूर द्वारा किया गया। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो आदर्श राणा व हर्ष शर्मा को गोल्डन बेज व अन्य 9 छात्र/छात्राओं को भी बेज डॉक्टर कपूर के द्वारा प्रदान किया गया। प्रवक्ता आदित्य दुबे ने जनकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का संचालन सैय्यद मकसूद अली ने किया व आभार प्रदर्शन सुरेंद्र राठौर ने माना किया। डॉ कपूर की टीम की इंस्पेक्टर पूनम राठौर की आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रही। अतिथियों का स्वागत, चरणजीत अरोरा, सुरेश चव्हाण, महेंद्र गहलोत, विशाल शर्मा, हेमंत वर्मा, सुदेश सांगते, आदित्य दुबे, नीरज शर्मा, महबूब शेख, स्वप्निल जैन, मिथलेश यादव, कीर्ति चव्हाण, नवनीत तिवारी, प्रकाश चव्हाण, रामपदारथ मिश्रा, सुषमा अरोरा, अल्का कनौजिया, शीतल गोस्वामी, दुर्गेश यादव, रवि श्रीवास्तव, रितेश मिश्रा, अनिल शर्मा, नारायण सर, भरत पटेल, शकील कादरी, भावेश अग्रवाल, प्रभात माचवे, चेतन पचोरी, संदीप चौरसिया, राजेन्द्र गोयल, मौखिर अली, उस्मान शेख, फारुख पठान,मनोज हिनोरे, आदित्य खत्री, स्वप्निल वर्मा भानु प्रताप सिंह, सदाकत अली, चेतन यादव ने किया।