कोरोना से हुई मौतों को लेकर अफवाहों से बचें , सीएमएचओ शर्मा
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कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। इस संक्रमण के चलते जहां नए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है वहीं शासकीय व निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है । उपचार के दौरान कुछ मरीजों की मौतें भी हुई है , लेकिन कोरोना से हुई इन मौतों को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। बिना अधिकृत जानकारी के लोग ऐसी जानकारी फैला रहे हैं ऐसी पोस्ट को विभिन्न माध्यमों से शेयर कर रहे हैं ऐसे में न सिर्फ लोगों में भ्रम फैल रहा है बल्कि दहशत का माहौल भी निर्मित हो रहा है । कोरोना से कितने लोग संक्रमित हैं और कितने लोगों की अब तक मौत हुई हैं इसका पूरा आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद रहता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग से इसकी अधिकृत जानकारी लिए बगैर लोग इस तरह की गलत अफवाहें फैला रहे हैं जिस पर विराम लगना जरूरी है । बात देवास जिले की करें तो यहां भी कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढे़े हैं और अस्पतालों में मरीजों का उपचार चल रहा है । यहां पर जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं तो लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई हैं । स्वास्थ्य विभाग ने भी बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर अपनी तैयारी चाक-चौबंद की है, और लगातार निगरानी बनाए हुए हैं । कोरोना मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिले इसके प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन प्रयासों को धक्का तब लगता है जब ऐसी अफवाहें फैलाई जाती हैं ।अब देखना यह है कि प्रशासन ऐसी अफवाहों पर विराम लगाने के लिए क्या कदम उठाता है।
अब तक हो चुकी है 29 लोगों की मौत
कोरोना संक्रमण के चलते अब तक देवास जिले में कितनी मौत हो चुकी हैं , इसको लेकर जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एमपी शर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि इन दिनों कोरोना मरीजों की मौत को लेकर ऐसी अफवाहें फैल रही हैं जो निराधार है ऐसी जानकारी बिल्कुल गलत है अस्पतालों में कोरोना से जितनी मौत होती हैं उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को मिलती हैं और फिर मरीज हमारे जिले का होता है तो हम उसे मौत के आंकड़ों में शामिल करते हैं । अब तक कोरोना से जिले में 29 मौत हुई हैं। यह सही है कि कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है लेकिन सतर्कता इससे बचने का पहला उपाय हैं । मास्क लगाएं और 2 गज की दूरी का पालन करें । मरीजों का उपचार चल रहा है । यदि कोई मौत होती हैं तो स्वास्थ्य विभाग की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि उसे छुपाया जाए , जो भी आंकड़े हैं, हमारे पास उपलब्ध है । हर मरीज की पूरी जानकारी हमारे पास रहती है। इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए और ऐसी अफवाहों को फैलने से रोका जाना जरूरी है।