देवास। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ अध्यक्ष दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में सर्व ब्राह्मण समाज देवास ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर कार्यालय में एडीएम महेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि गुरु शिष्य परंपरा को शर्मसार करते हुए सिमरोल कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती विमुक्ता शर्मा पर पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव द्वारा अमानवीय तरीके से पेट्रोल डालकर कालेज परिसर में जिंदा जलाकर जान से मारने का दरिंदगी पूर्ण प्रयास किया गया। जिसका देवास का संपूर्ण ब्राह्मण समाज निंदा करते हुए भर्त्सना करता है। हम सभी लोग महामहिम राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि भारतीय संविधान की कठोर से कठोर धाराओं में केस दर्ज कर उपरोक्त आरोपी को मृत्युदंड की सजा दिलाने का कष्ट करें। ज्ञात रहे उक्त आरोपी ने कालेज परिसर में ही कर्मचारी के साथ चाकूबाजी की घटना को भी अंजाम दिया गया था। इस घटना के बाद यह परिलक्षित है कि यह आरोपी समाज में रहने की स्थिति में नहीं है। समाज को इस से बचाने के लिए कठोरतम सजा जो कि मृत्युदंड के रूप में हो सकती है दी जानी चाहिए जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो।
ज्ञापन सौंपने के लिए सैकड़ो समाजजन भोपाल चौराहे से जिलाधीश कार्यालय तक रैली के रूप में आरोपी को फांसी देने की मांग के नारे लगाते हुए पहुंचे। इस अवसर पर महेंद्र उपाध्याय, किशोर पंड्या, प्रवीण शर्मा, सतीश दुबे, ओम प्रकाश दुबे, शंकरलाल शर्मा, रमेश चौबे, युवासंघ जिलाध्यक्ष आदित्य दुबे, नगर अध्यक्ष विमल शर्मा, महेंद्र स्थापक, संजय शुक्ला, आशुतोष जोशी पप्पू, बंटी शर्मा, राम पदारथ मिश्रा, प्रमोद व्यास, कृष्ण कांत शर्मा, आकाश अवस्थी, महेंद्र व्यास, छोटू पांडे, अमित पंडित ,एम एम मोदी, नवीन दुबे, संतोष दुबे, नवरत्न प्यासी, कपिल व्यास , समीर शर्मा, मयंक उपाध्याय, रितेश शर्मा, भरत व्यास, नयन कानूनगो, रोहन कानूनगो, सतीष व्यास, रोहित उपाध्याय अरुण मिश्रा, घनश्याम पंडित, चेतन उपाध्याय, कमलेश शर्मा, टिंकू शुक्ला, विनीता व्यास प्रतिभा शर्मा, आशा शर्मा, कमल शर्मा , गौरी शंकर चौबे, कमलेश शर्मा, मुकेश शर्मा, आशा शर्मा, माया तिवारी, रेणु शर्मा, रोहित शर्मा, वासुदेव शर्मा अनिल पंडित अनिल जोशी, प्रतीक पंडित, मोहित पंड्या अंशुल शर्मा, माधुरी शर्मा, मंगला दुबे, गिरधारी लाल शर्मा, रोहन चौधरी, सहित सैकड़ों विप्र जन उपस्थित रहे।