देवास। रविवार को स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जन्म जयंती प्रेस क्लब देवास के पत्रकारों द्वारा मनाई गई। विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प समर्पित किए गए। समाज को नई दिशा और युवाओं को एक सशक्त मार्ग प्रदान करने के स्वामी जी के उद्देश्यों को याद करते हुए अध्यक्ष ललित कुमार शर्मा ने स्वामी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कोलकाता में 1863 में हुआ था। उनका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। बाद में सांसारिक मोह माया को त्याग कर उन्हें संन्यास ले लिया और गुरु रामकृष्ण परमहंस के शिष्य बन गए। गुरुजी ने ही उन्हें स्वामी विवेकानंद नाम दिया। उन्हें रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन और वेदांत सोसाइटी की स्थापना की। 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में उन्होंने भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व किया। भारतीय दर्शन, वेदांत और योग को पश्चिमी देशों में प्रस्तुत किया और भारत को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने भीतर विश्वास रखने की प्रेरणा दी। उनका कहना था, उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। आज हम स्वामी विवेकानंद जी की 162वी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहे है। इस अवसर पर सचिव शेखर कौशल, कोषाध्यक्ष सिद्धार्थ मोदी, वरिष्ठ पत्रकार नितिन गुप्ता, खूबचंद मनवानी, रघुनंदन समाधिया, राजेंद्र सिंह पवार, रोहित उपाध्याय, जितेंद्र मारू स्पोर्ट्समैन अनिल श्रीवास्तव सहित कई समाजजन मौजूद रहे। उक्त जानकारी संयुक्त सचिव अशोक पटेल ने दी।