देवास। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने शनिवार शाम 6 बजे जिला चिकित्सालय देवास का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत प्रकाशसिंह चौहान ,सीएमएचओ डॉक्टर एमपी शर्मा, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अतुल पवनीकर, आरएमओ डॉ अजय पटेल सहित अन्य चिकित्सक एवम स्टॉफ उपस्थित रहे।
कलेक्टर गुप्ता ने एनआरसी का निरीक्षण किया जहा 05 बच्चे भर्ती मिले इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अतुल पवनीकर को निर्देश दिए की 20 बेड एनआरसी में शतप्रतिशत बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जावे अन्यथा कार्यवाही की जावेगी। आशा आंगनवाड़ी ,स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा ग्राम वार्ड में कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर माता- पिता को समझाए की बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य और कुपोषण मुक्त करने एनआरसी में भर्ती कराए। जितने बेड है उतने बच्चो को निरंतर भर्ती किया जावे।
जिला चिकित्सालय में स्थित ऑक्सीजन प्लांट ,ऑक्सीजन रिफ्लिंग प्लांट,लिक्विट प्लांट का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया ट्रामा में मरीजों के भर्ती करने ,जांच हेतु एक्सरे, सीटी स्कैन,सोनोग्राफी,की सुविधा वर्तमान स्थिति में एक्सरे मशीन बंद होने और टीबी सेक्शन में स्थित एक्सरे मशीन से एक्सरे करने के बारे में बताया गया, ट्रामा सेंटर में जांच व उपचार सेवाएं क्या क्या मिलना चाहिए इसकी व्यवस्था शीघ्र करने के निर्देश दिए। अस्पताल परिसर में आवासीय भवन,मेटरनिटी वार्ड ,निर्माण कार्य की जानकारी ली,
जिला चिकित्सालय के पर्ची काउंटर, बाह्य ओपीडी में विभिन्न सेक्शन का निरीक्षण कर जानकारी ली ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सक ,चिकित्सक विशेषज्ञ की बैठक लेकर मरीजों के जांच,उपचार के संबंध में सभी से बात की ट्रामा सेंटर को क्रियाशील करने आर्थो ओपीडी,भवन की मरम्मत करवाए, 108 एंबुलेंस की परिवहन व्यवस्था शासकीय अस्पतालों और आयुष्मान से सम्बद अस्पतालो में निः शुल्क होती हैं इसके अलावा अगर किसी मरीज को प्रायवेट अस्पताल में जाना हो तो 108 एंबुलेंस एएलएस, बीएलएस,जननी और जननी में प्रति किलो मीटर चार्ज से जा सकते की लिस्ट बोर्ड जिला चिकित्सालय में लगाने के निर्देश दिए। प्रायवेट एंबुलेंस वाहन जिला अस्पताल के बाहर रहे इनका एक पैनल बनाकर रेट किलोमीटर के अनुसार फिक्स करे आवश्यकता होने पर मरीज के परिजन उनसे संपर्क करेंगे। जिला अस्पताल में वर्तमान में प्रसव सेवाए बेड क्षमता से अधिक हो रही अच्छी बात है विभिन्न सेक्शनों में आम मरीजों को जो सेवाए दी जा रही उनकी शिकायत ना हो समय पर जांच और उपचार मिले।शासन की योजनाओं का लाभ समय पर देने के निर्देश दिए।