मामला नगर निगम से
एलईडी ले जाने का
देवास/ नगर निगम के प्रकाश विभाग मे आगामी दिवसो मे संभावित क्रय की जाने वाली एलईडी लाईट संबंधित कान्ट्रेक्टर द्वारा प्रदाय किये जाने के एलईडी लाईट सेंपल के रूप मेे निगम प्रकाश विभाग के स्टोर मे दी गई थी। जो सेंपल चेक के पश्चात क्रय की जानी थी किन्तु गुरूवार को वार्ड क्रमांक वार्ड क्रमांक 22 के पार्षद प्रतिनिधि रूपेश वर्मा, वार्ड क्रमांक 6 के पार्षद प्रतिनिधि प्यारे मियां पठान, वार्ड क्रमांक 11 के निगम प्रतिपक्ष नेता व पार्षद प्रतिनिधि राहूल पवार के द्वारा शहर मे लगने वाली एलईडी के सेंपल 15 नग बिना प्रकाश विभाग स्टोर किपर की सहमति व अनाधिकृत रूप से उठाकर ले जाने पर आयुक्त द्वारा तीनो पार्षद प्रतिनिधियो को अनाधिकृत रूप से निगम प्रकाश विभाग स्टोर से लेजाई गई एलईडी वापस प्रकाश विभाग स्टोर मे 24 घंटे मे जमा कराने का सूचना पत्र दिया गया है। दी गई समयावधी मे एलईडी जमा नही किये जाने पर संबंधितो के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही के साथ पुलिस थाने मे एफआईआर भी दर्ज की जावेगी।
मुझे नहीं टांगने पड़ते कंडिल
नगर निगम आयुक्त द्वारा एलईडी लाइट ले जाने को लेकर नोटिस जारी करने के मामले में जब पार्षद प्रतिनिधि रूपेश वर्मा से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि अन्य वार्डों में लाइट दी जा रही है, जबकि हमारे वार्ड अंधेरे में डूबे हैं। हमने आपस में चर्चा कर वहां जाकर चेक करना चाहा, तो पता चला कि बड़ी मात्रा में लाइट वहां मौजूद है और रजिस्टर में कुछ खास वार्डों में लाइट दी गई है। इस पर जब हमने आपत्ति ली तो वहां मौजूद इंजीनियर श्री हन्फी ने कहा कि अभी पांच-पांच लाइट ले जाओ। बाद में लेटर दे देना। वर्मा ने बताया कि यदि हमारे वार्ड में लाइट दी जाती, तो मुझे खंबों पर कंडिल नहीं टांगना पड़ते। लाइट की समस्या से हमारा वार्ड परेशान है, इसीलिए मैंने अपने क्षेत्र के लिए प्रयास किया और इस छोटी सी बात को अकारण इशु बनाया गया है। यह कोरी राजनीति है, इसके अलावा कुछ नहीं।
छोटी सी बात को दिया राजनीतिक रंग
नोटिस जारी होने के मामले में नेता प्रतिपक्ष प्रतिनिधि राहुल पंवार ने बतााया कि हमने कल ही पैकी प्लाट व नजूल के मामले को लेकर पोस्टर लगाए थे, जिन्हें फाड़ दिया गया था। इस मामले के बाद गुरुवार को हम कुछ पार्षद प्रतिनिधियों ने एकत्रित होकर नगर निगम के विद्युत विभाग में लाइट की उपलब्धता को लेकर जानकारी लेना चाही। वहां जाकर इंजीनियर हन्फी जी ने कहा कि पांच-पांच लाइट ले जाओ। जब हमने देखा तो अंदर बड़ी मात्रा में लाइट रखी हुई थी और रजिस्टर में इंट्री भी थी। उन्होंने लाइट देकर कहा कि लेटर बाद में दे देना। हम वार्ड की समस्या को देखते हुए लाइट ले आए और इस मामले को राजनीतिक रंग दे दिया गया।