आंख पर पट्टी बांधकर किया गणेश प्रतिमा बनाने का प्रदर्शन
देवास। सामाजिक सरोकार का कोई भी कार्य हो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ उसमें अपना दायित्व जरूर निभाता है । आने वाले समय में घर घर गणेश जी की स्थापना होगी पर्यावरण संरक्षण हेतु मिट्टी के गणेश की स्थापना के लिए सभी विशिष्ट जनों को आगे आकर समाज को जागृत करना चाहिए। उक्त उद्गार मेरे गणेश मिट्टी के गणेश कार्यक्रम अंतर्गत प्रदर्शनी अवलोकन, प्रतिमा निर्माण, एवं प्रतिमा भेंट करने के कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अनिल राज सिंह सिकरवार ने व्यक्त किये। जेम्स एकेडेमी देवास में चल रही मिट्टी के गणेश की कार्यशाला में अनिलराज सिंह सिकरवार, तरुण मेहता, ललित शर्मा , राजेश मालवीय, सौरभ सचान , चेतन राठौड़ , रूपेश मेहता ,अमिताभ शुक्ला, शैलेन्द्र अड़ावदिया, मयूर व्यास, अशोक पटेल, विजेंद्र उपाध्याय,अरुण परमार, प्रताप ठाकुर, नितिन राठौर, अरुण गांगुली, एस सी के सूर्योदय सहित देवास के प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने उपस्थित होकर भगवान श्री गणेश की मिट्टी की प्रतिमा का प्रशिक्षण प्राप्त कर हाथो हाथ उत्साह के साथ प्रतिमा का निर्माण भी किया । विगत 6 वर्ष वर्षों से आदित्य दुबे एवं ऋचा दुबे के परिवार द्वारा पर्यावरण संरक्षण और धर्म के प्रति जन जागरण को लेकर मिट्टी के गणेश की प्रतिमा का निर्माण का उसे नगर के विशिष्ट जन तथा आमजन तक निशुल्क पहुंचाया जाता है। दुबे परिवार की कोशिश रहती है कि उनकी कार्यशाला में अधिक से अधिक लोग मिट्टी के गणेश की प्रतिमा का निर्माण करना सीखें एवं सीखकर स्वयं भी मिट्टी के गणेश बनाएं व अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करें। इस वर्ष दुबे परिवार द्वारा आइए अपने गणेश स्वयं बनाइए थीम पर कार्यशाला चलाई जा रही है। सांकेतिक रूप से यह बताया जा रहा है आए एवं यहां पर सीख कर इस गणेश उत्सव में अपने घर पर स्थापना के लिए अपने गणेश प्रतिमा का निर्माण स्वयं करें। सभी अतिथियों ने अपनी-अपनी गणेश प्रतिमा बनाई एवं कार्यक्रम के समापन पर ऋचा दुबे द्वारा आभार व्यक्त करते हुए समस्त पत्रकारों को इकोफ्रेंडली मिट्टी के गणेश की प्रतिमा भेंट की। कार्यक्रम संयोजक आदित्य दुबे ने बताया कि आमंत्रित सदस्यों के लिए यह कार्यक्रम 21 अगस्त तक जारी रहेगा इसमें नगर के जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, प्रशासनिक अधिकारियों, एवं विशिष्टजनो को पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम से जुडऩे के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में निर्मित प्रतिमा का अवलोकन प्रतिमा निर्माण एवं प्रतिमा भेंट का कार्यक्रम प्रतिदिन 3 बजे से आयोजित किया जाएगा ।