देवास। देवास के मूर्धन्य कवि साहित्यकार ब्रह्मलीन प्रभाकर शर्मा बंधु की जन्म जयंती के अवसर पर काव्योत्सव का आयोजन किया गया। संस्कृति साहित्य रचनालय संसार म.प्र. द्वारा घोषित प्रतिष्ठित साहित्य प्रभाकर सम्मान 2023 डॉ. देवेन्द्र जोशी उज्जैन को उपाधि से अलंकृत कर प्रदान किया गया। साहित्यकार डॉ. जोशी की 100 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा आपको पूूर्व में ही अनेकों राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके है तथा आपकी उपलब्धियों में विगत 30 वर्षो सेे हिन्दी पत्रकारिता करतेे हुए अनेकों समाचार पत्र पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया है। कार्यक्रम प्रारंभ में राष्ट्रीय कवि देवकृष्ण व्यास ने काव्योत्सव का आगाज करते हुुए कवि प्रभाकर पर विशेष गीत पढ़ा- नहीं डूबता कभी प्रभाकर केवल ओझल होता है। सरस्वती वंदना आरती अक्षय गोस्वामी ने प्रस्तुुत की। कवियत्री मोना गुप्ता के गीत सफल हुआ प्रक्षेपण चंद्रयान अभियान देखो मेरा देश महान के गीत को सराहा गया। इंदौर से पधारे कवि चकोर चतुर्वेदी की पंक्तियां भाई छूटे तो याद का रिश्ता आखरी दम तलक नहीं छूटे, फूल की खासियत हैं उल्फत में शाख से छूटे महक नहीं छूटे भावुक कर गया। साहित्य समिति अध्यक्ष पंकज जोशी ने कविता में प्रभाकर शर्मा अमर रहे की प्रस्तुति दी। इंदौर, उज्जैन, भोपाल से पधारे कवियों में संतोष त्रिपाठी, डॉ. किरण पांचाल, दिनेश शर्मा, उज्जैन से पधारी कवियत्री सीमा जोशी की मालवी कविता के छंदों ने खूब दाद बटोरी, वरिष्ठ गीतकार विनोद मंडलोई, ओंकारेश्वर गेहलोत, अजीज रोशन, राधेश्याम पांचाल व अन्य कवियों ने काव्य पाठ किया। अध्यक्षीय आसंदी से सारगर्भित उद्बोधन देते हुए डॉ. देवेन्द्र जोशी ने रचना पाठ में कविता का मान और शब्द संज्ञान कभी न झुकने दूंगा सुनाकर सभी का मन मोह लिया। आयोजन के मुख्य अतिथि देविप्रा के अध्यक्ष राजेश यादव रहे, जिन्होंने कवियों से राष्ट्र चेतना के सतत जन जागरण पर लिखते रहने का आव्हान किया। समारोह के विशेष अतिथि प्रेस परिषद की राष्ट्रीय सचिव आभा निगम, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष पत्रकार सुरेश शर्मा क्रांति, सहकारिता नेता अशोक गोस्वामी, समता बैक उपाध्यक्ष संजय शुक्ला थे। संचालन प्रदेशाध्यक्ष संस्था संसार त्रिभुवन शर्मा ने किया। उपस्थितों में योगेश निगम, विशाल गुप्ता, अक्षय गोस्वामी, अशोक जिनवाल, समाजसेवी बबीता शर्मा, कपूर मैडम, अनिता निगम, संजय राखे ने योगदान दिया। संयोजन संगीता मुसलगांवकर ने किया तथा आभार संसार के सचिव विजय जोशी ने माना। काव्योत्सव का समापन देर रात को हुआ।